धर्म
धर्म
जब धर्म के नाम पर किसी को
पानी तक पिलाना वर्जित हो जाये,
जब धर्म राष्ट्रवाद से बड़ा होकर
नफरती मानसिकता का शिकार हो जाये,
जब धर्म अपना कर्म भूलकर
अहिंसा करने पर आमादा हो जो जाए।
जब धार्मिक कट्टरता इंसानियत भूलने लगे
तो उस देश की गरिमा पर खतरा होता है।