पर वादा करो उम्र की भोर में मिलोगे अगले जन्म। पर वादा करो उम्र की भोर में मिलोगे अगले जन्म।
जन्म से मृत्यु तक ! जीते हैं हम आवरण में जन्म से मृत्यु तक ! जीते हैं हम आवरण में
समय ही तो है उम्र कट ही जानी है एक दिन। समय ही तो है उम्र कट ही जानी है एक दिन।
मानव के कर्मों से बनी त्रासदी हूँ मैं नदी हूँ मैं। मानव के कर्मों से बनी त्रासदी हूँ मैं नदी हूँ मैं।
फिर भी बेटे को, कुल का दीपक, बेटी को पराई ही, सदा कहते लोग। फिर भी बेटे को, कुल का दीपक, बेटी को पराई ही, सदा कहते लोग।
तुम मिले तब ये लगा मुझको मिली है जिंदगी। तुम मिले तब ये लगा मुझको मिली है जिंदगी।