देव ऋषि मुनि जन देवे देशवा वरदान भारत देशवा मोर जान। देव ऋषि मुनि जन देवे देशवा वरदान भारत देशवा मोर जान।
फिर भी बेटे को, कुल का दीपक, बेटी को पराई ही, सदा कहते लोग। फिर भी बेटे को, कुल का दीपक, बेटी को पराई ही, सदा कहते लोग।
दिल बार बार ये कहता है वो क्यूँ हुई पराई ? दिल बार बार ये कहता है वो क्यूँ हुई पराई ?
त्राहिमाम में वोटर्स, मंत्री खाए मलाई। त्राहिमाम में वोटर्स, मंत्री खाए मलाई।
अपनों की अनगिनत ग़लतियों का पिटारा समझ छोड़ा, आत्मा की अभिव्यक्ति का क्या? अपनों की अनगिनत ग़लतियों का पिटारा समझ छोड़ा, आत्मा की अभिव्यक्ति का क्या?
नहीं सुना जो समय की पुकार को माँ विहिन अनाथ कहलाओगे। नहीं सुना जो समय की पुकार को माँ विहिन अनाथ कहलाओगे।