आत्मा निर्विकार अमर आत्मा संग दोष कैसे आया ? आत्मा निर्विकार अमर आत्मा संग दोष कैसे आया ?
शोक जगत को छोड़ उस पल, परमात्मा हो जाती है. शोक जगत को छोड़ उस पल, परमात्मा हो जाती है.
रास्ते तलाशते हुए शरीर सिर्फ और सिर्फ सुख भापते रास्ते तलाशते हुए शरीर सिर्फ और सिर्फ सुख भापते
नाराज़गी जता कर क्यूँ न मुझसे आ मिले वो दिल मे रहते हुए भी दूरी, ये खूब कर लिया है नाराज़गी जता कर क्यूँ न मुझसे आ मिले वो दिल मे रहते हुए भी दूरी, ये खूब कर लिया...
छुआ आपने अन्तर्मन् को.......समझा तब जीवनदर्शन को छुआ आपने अन्तर्मन् को.......समझा तब जीवनदर्शन को
जो युगों-युगों से बाँधे हुए है हमारे मृत्यु चक्र को एक शरीर से दूसरे शरीर तक जो युगों-युगों से बाँधे हुए है हमारे मृत्यु चक्र को एक शरीर से दूसरे ...