हरे घास थे जहाँ वहाँ बस काई उग आई थी। हरे घास थे जहाँ वहाँ बस काई उग आई थी।
दिल बार बार ये कहता है वो क्यूँ हुई पराई ? दिल बार बार ये कहता है वो क्यूँ हुई पराई ?
रिश्ते नाते खूब निभाते सबका सम्मान कर उन्हे खिलाते रिश्ते नाते खूब निभाते सबका सम्मान कर उन्हे खिलाते
फूट - फूट कर बिटिया रोए, मां - बाप और भाई। टाली भी न जाए जी रीत, न ही जाए यह निभाई। फूट - फूट कर बिटिया रोए, मां - बाप और भाई। टाली भी न जाए जी रीत, न ही जाए यह ...