करें कैसे जल संकट का समाधान, निपटना कठिन है, नही हैं आसान । करें कैसे जल संकट का समाधान, निपटना कठिन है, नही हैं आसान ।
मैं नदी हूँ तुम्हारी माँ जैसी हूँ सब कुछ सह चुप रहती हूँ। मैं नदी हूँ तुम्हारी माँ जैसी हूँ सब कुछ सह चुप रहती हूँ।
संग संग चलने का वादा है एक दूजे से हाथ बढ़ा कर तुम थामना मुझे हर संकट से बचाना संग संग चलने का वादा है एक दूजे से हाथ बढ़ा कर तुम थामना मुझे हर संकट से ...
छोड़ धरती वापस जाऊंगी, सूना रह जाएगा यह संसार। छोड़ धरती वापस जाऊंगी, सूना रह जाएगा यह संसार।
नहीं होगा फिर क्लेश कोई, अद्भुत होगा फिर नज़ारा। नहीं होगा फिर क्लेश कोई, अद्भुत होगा फिर नज़ारा।
करता रहा गर यूं मनमानी, अस्तित्व होगा फिर संकट में, स्वार्थ और अहम में आकर, करता रहा गर यूं मनमानी, अस्तित्व होगा फिर संकट में, स्वार्थ और अहम में आकर...