स्कूल में प्रिंसिपल थी अब गृहणी हूँ ,स्वेच्छिक निवृत्ति ली है , लेखन मेरा प्रथम शौक है ,कक्षा दसवीं से लिखना शुरू किया ,बहुत से पत्र पत्रिकाओं में रचनाएँ छपीं ,बहुत से सम्मान मिले ,अभी मेरा पहला साँझा लघुकथा संग्रह "स्पर्श ज़िन्दगी का " निकला है ।
Share with friends"नहीं जीजी इन रिवाजों को यदि मैंने अपनाया तो मेरी बहू भी जिंदा लाश ही होगी!
Submitted on 21 Sep, 2020 at 17:29 PM
बेटा रोज सुबह नहाकर गीले कपड़ों में ही पितरों को जल अर्पित करना है, इसे तर्पण कहते हैं ।
Submitted on 16 Sep, 2020 at 02:50 AM
लॉक डाउन के शुरुआती दौर में डिप्रेशन ने जैसे ही पैर फैलाना शुरू किया झटक दिया मैंने!
Submitted on 24 Jul, 2020 at 16:29 PM
घर के बाहर आती चिड़ियो के चहचहाने की आवाज से मन के तार बजने लगे।
Submitted on 27 Apr, 2020 at 19:05 PM
उसकी पीड़ा आँखों से बह रही थी , और मुझे लग रहा था ये दिन उसके भी कितने मुश्किल से कट रहे
Submitted on 02 Apr, 2020 at 19:03 PM
आवाज से हमें अपने हौसले भी बुलंद करने हैं ,तभी हम लड़ पाएंगे हर आपदा से।
Submitted on 31 Mar, 2020 at 18:37 PM
कम से कम जब तक कोरोना का प्रकोप है अपने आप मे सिमट जाइये
Submitted on 23 Mar, 2020 at 18:19 PM
सभी सुखी रहें ,सभी रोगमुक्त रहें ,सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें।
Submitted on 23 Mar, 2020 at 11:11 AM
उसे क्या पता था कि वह अपने साथ कोरोना वायरस लेकर लौटी थी ।
Submitted on 23 Mar, 2020 at 03:25 AM
मापा जा सकता है या संस्कारों की भी अहमियत है ज़िन्दगी में।
Submitted on 26 Feb, 2020 at 12:38 PM
तुम्हारी बेटी के लिए एक नई सुबह इंतजार कर रही है उसे मत रोको।
Submitted on 26 Feb, 2020 at 12:34 PM
मैंने चाय का घूँट लेकर मुस्कुराते हुए कहा "बेटा चाय बहुत अच्छी बनी।"
Submitted on 24 Feb, 2020 at 10:54 AM
तुम हॉस्पिटल जाकर तो मरीजों को फल-बिस्किट बांटती हो और घर की काम वाली के प्रति इतना कठोर व्यवहार ये कैसा सोशल वर्क है तु...
Submitted on 08 Jan, 2020 at 17:40 PM
माँ सोचती एक यह पराए का बेटा मेरी इतनी मदद कर रहा और एक मेरी औलाद जिसने गांव आने के बाद
Submitted on 06 Jan, 2020 at 11:28 AM
2020 सबके लिए खुशियों का नया आकाश लिए आ रहा है ,अलविदा 2019 , स्वागतम 2020 ।सब खिलखिला
Submitted on 31 Dec, 2019 at 12:20 PM
कुछ रिश्ते टूटे ,कुछ नए जुड़े ।जो टूटे उनका गम नहीं जो नए जुड़े उनका हृदय से अभिनंदन ।
Submitted on 31 Dec, 2019 at 11:39 AM
यदि मोबाइल का सही उपयोग हो तो इंसान आसमान की बुलंदियों को छू सकता है और गलत उपयोग से पत
Submitted on 28 Dec, 2019 at 17:55 PM
क्रोध पर विजय पा ली मैंने ,मेरे जीवन की बहुत बुरी आदत थी ये ।कितना आसान हो गया अब गुस्स
Submitted on 28 Dec, 2019 at 17:46 PM
मैं घबराई पति के साथ जा पहुंची , देखा शरीर मे सूजन, लगातार बातें करे जा रहीं हैं ,बहुत कम बोलने वाली आज इतना बात कर रहीं...
Submitted on 23 Dec, 2019 at 14:34 PM
"पापा बचपन में आपने हम लोगों को खूब घुमाया, अब हमारी बारी आई है। आज इस कबिल भी तो आपने ही हमें बनाया है।” पति की आंखों म...
Submitted on 22 Dec, 2019 at 18:14 PM
"हाँ बेटा मैं भी लिखता हूँ।" उस अजनबी के मुख से बेटा सुन उसे थोड़ा चैन आया, चलो आदमी ठीक है! वरना किसी अनजान ऐरे-गैरे...
Submitted on 22 Dec, 2019 at 17:56 PM
एक रोज ऑफिस से लौटते वक्त नीरज की कार का एक्सीडेंट हो गया और वापिस घर उसका मृत शरीर ही आया, वह कांप गई देख कर। अब उसकी द...
Submitted on 22 Dec, 2019 at 15:15 PM
" तस्वीर बढ़िया बनी है पर आपने इस तस्वीर में मेरे बाल ज्यादा बना दिये हैं जबकि मेरे तो ब
Submitted on 02 Dec, 2019 at 17:05 PM
उस समय एक कुल्फी जमाने की मशीन बड़े भैया लेकर आये , हम सब बड़े खुश ,घर की जमी कुल्फी खाने
Submitted on 01 Dec, 2019 at 08:58 AM
"मैडम एक बेटा है , उसको भी पढ़ा रही हूँ दोनों बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे हैं ,फीस ब
Submitted on 30 Nov, 2019 at 10:39 AM
"अरे पागल है क्या, ताज़े पराठे देगा उसे? वो कल की बासी रोटियाँ पड़ी हैं डिब्बे में, थोड़ी बस्सा रही हैं, उसे ही दे दे कौन ख...
Submitted on 30 Nov, 2019 at 10:35 AM
मेरे आगे गाँव की एक बुजुर्ग महिला थी जिसके घुटनों में बहुत ज्यादा तकलीफ थी वह जमीन पर
Submitted on 28 Nov, 2019 at 19:43 PM
आज हम भी इस प्लास्टिक के सामान को विदाई देंगे
Submitted on 28 Nov, 2019 at 19:37 PM
गरीब को चार पैसा ज्यादा भी देने से उनकी मेहनत का ही देने का, मन में संतोष होगा।
Submitted on 27 Nov, 2019 at 18:14 PM
कल अच्छे कपड़े पहन कर आना तुम्हारा स्कूल में एडमिशन मैं करवा देता
Submitted on 27 Nov, 2019 at 18:10 PM
”क्या बात है भाई - क्या कहनेवाला है ये ग्यारह साल का बच्चा?” "अगले साल से मैं अपना जन्मदिन घर पर नही मनाऊंगा”, कहा उस...
Submitted on 27 Nov, 2019 at 18:05 PM
"अब मेरे बच्चे को कौन बचाएगा ," सोच रहे थे डॉ शर्मा । एक भयानक एक्सीडेंट हुआ था उनके बेटे सौरव का वह अपनी बाइक में था और...
Submitted on 27 Nov, 2019 at 13:35 PM
मैं उनका बेबस निराश चेहरा देखता रह गया। ज़िन्दगी का यह भी एक रूप मेरे सामने था।
Submitted on 27 Nov, 2019 at 13:30 PM
ज़िन्दगी रो गाकर जाया करने से बेहतर है हम किसी सार्थक काम मे लगाएँ
Submitted on 27 Nov, 2019 at 13:25 PM
बेटी बहू सब मुझे ढाढ़स बंधा रहे हैं ,"पापा हम सब हैं आपके साथ ,आप बिलकुल दुखी मत होना ।"
Submitted on 26 Nov, 2019 at 17:19 PM
लिली धम्म से जमीन पर बैठ गई, उसके प्यार का क्या सिला मिला उसे।
Submitted on 25 Nov, 2019 at 17:52 PM
"माँ कल से मुझे जल अर्पित करना है अपने पितरों को ,मैंने सोचा है कि इन पौधों को आँगन मे
Submitted on 24 Nov, 2019 at 01:53 AM
पती-पत्नी के रिश्तों में गिले-शिकवे नहीं बल्कि साथ और सहयोग हो तो जिंदगी सुकून भरी हो सकती है... यह सकारात्मक तरिके से ब...
Submitted on 23 Nov, 2019 at 18:29 PM
रोहित किंकर्तव्यविमूढ़ रह गया और रागिनी खोखले रिश्तों के भार से मुक्त हो खुद को हल्का म
Submitted on 21 Nov, 2019 at 17:54 PM
सीता की तरह अग्निपरीक्षा अब नारी को देने की जरूरत नहीं वह अब अपने सही फैसले लेने स्वयं
Submitted on 21 Nov, 2019 at 17:44 PM
आखिर कब तक, यह अत्याचार वह सहेगी, कभी तो उसकी भी सहनशक्ति जवाब देगी।
Submitted on 21 Nov, 2019 at 17:36 PM
तो जब तक लड़का ना हो और कोख में लड़कियाँ आएं क्या सबको मार दोगे तुम
Submitted on 20 Nov, 2019 at 18:30 PM
तब जानकी ने कहा"यही हमारे देश की और हमारे लोगो की तारीफ है धर्म जाति रंगभेद से अलग हम
Submitted on 19 Nov, 2019 at 18:18 PM
दादाजी ने रचना को गले लगा लिया, उनकी भी आँखों से अश्रुधारा बहने लगी।
Submitted on 18 Nov, 2019 at 18:13 PM
अदिति ने उसके मुंह पर हाथ रख दिया "सुबह का भूला शाम को घर आये तो भूला नहीं कहलाता।"
Submitted on 17 Nov, 2019 at 18:45 PM
अमृता को भी लगा जीवन की सांध्य बेला में एक नई रोशनी भर गई उसकी जिंदगी में।
Submitted on 13 Nov, 2019 at 18:35 PM
हमने अपनी ज़िंदगी अपने हिसाब से जी अब बच्चों की बारी है उन्हें खुले आकाश में विचरण करने
Submitted on 12 Nov, 2019 at 17:56 PM
शादी के अटूट बन्धन में बंध गए उनके प्यार को मंज़िल मिल चुकी थी।
Submitted on 11 Nov, 2019 at 17:18 PM
घर के बड़े बुजर्गो के पैरों में झुक कर आशीर्वाद लिया तो उनकी आँखों से अश्रु धारा फूट पड़ी
Submitted on 10 Nov, 2019 at 17:47 PM
अपने बच्चे का आत्मविश्वास खोने से पहले उसको सम्भाल लिया। उसे बहुत खुशी महसूस हो रही थी।
Submitted on 09 Nov, 2019 at 14:54 PM
उसका हौसला बढ़ा अपनी तारीफ़ सुन, एक चॉकलेट मैंने उसकी ओर बढ़ाई
Submitted on 09 Nov, 2019 at 08:14 AM
मुझे क्या मैं तो कल कल करते बहते जाऊंगी मेरी गति चलायमान है।
Submitted on 08 Nov, 2019 at 18:29 PM
आखिर में कचरा घर के सामने खाली प्लॉट में सारा कचरा फेंकवा देतीं।
Submitted on 07 Nov, 2019 at 17:03 PM
माँ की आवाज किसी स्वर लहरी की तरह उसके कानों में गूंज रहे थे।
Submitted on 06 Nov, 2019 at 17:52 PM
दोनो को एक दूसरे का साथ अपार खुशी देता और शुरू हो गया सिलसिला प्यार का ।
Submitted on 03 Nov, 2019 at 14:15 PM
उसके बाद उसका कभी गांव जाने का मन नही हुआ , अब भैया के बहुत बुलाने पर वह जा रही है ।
Submitted on 01 Nov, 2019 at 17:51 PM