I'm Sadhana Mishra and I love to read StoryMirror contents.
मेरी तो न तब चली थी और न अब भी चलती है। सबक तो मैंनें भी पढ़ ही लिया है। मेरी तो न तब चली थी और न अब भी चलती है। सबक तो मैंनें भी पढ़ ही लिया है।
आयांश सेर है तो क्या, आयांश की दादी भी सवा सेर है। आयांश सेर है तो क्या, आयांश की दादी भी सवा सेर है।
क्योंकि सहनशीलता की भी तो पराकाष्ठा होती है। क्या नहीं।? क्योंकि सहनशीलता की भी तो पराकाष्ठा होती है। क्या नहीं।?
सूखे पत्तों की कड़कड़ भी तब लागे संगीत का सरगम है। सूखे पत्तों की कड़कड़ भी तब लागे संगीत का सरगम है।
बड़े ही बताऐंगे कि हमारी बात सुनो और अपनी बात मनवा लेंगे। भला क्यों ? बड़े ही बताऐंगे कि हमारी बात सुनो और अपनी बात मनवा लेंगे। भला क्यों ?
नेता और संपादक के घटियापन की पराकाष्ठा में लगातार भागते-भागते वह थक गए थे नेता और संपादक के घटियापन की पराकाष्ठा में लगातार भागते-भागते वह थक गए थे
अनायास मजाक में कही गई इस मामूली सी बात से मेरे तो ज्ञान चक्षु ही खुल गए और मैं.... अनायास मजाक में कही गई इस मामूली सी बात से मेरे तो ज्ञान चक्षु ही खुल गए और मैं....
बाकी ऐय़्याशी तो बुढ़ापे में न देम्...न देम से पूरी हो जाती है। बाकी ऐय़्याशी तो बुढ़ापे में न देम्...न देम से पूरी हो जाती है।
यह घटना सत्य पर आधारित है जो मेरे पिताजी के साथ घटित हुई थी। जिसका गवाह पूरा गाँव था। यह घटना सत्य पर आधारित है जो मेरे पिताजी के साथ घटित हुई थी। जिसका गवाह पूरा गाँ...
" जो लड़की शादी के तीसरे दिन ही अकारण मुझे कहे कि गृहस्थी के आधे काम तुम्हारे, और आधे मेरे...." " ... " जो लड़की शादी के तीसरे दिन ही अकारण मुझे कहे कि गृहस्थी के आधे काम तुम्हारे, और...