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Lokeshwari Kashyap

Drama Inspirational Others

4  

Lokeshwari Kashyap

Drama Inspirational Others

रिश्ते

रिश्ते

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जरूरी नहीं की हर रिश्ते में प्यार ही हों l

कुछ रिश्तों में अनकही मजबूरियाँ भी होती है l


कभी जब आँखों से अश्क छलक जाते है l

उन्हें मुस्कुरा के खुशी के आँसू बता देती है l


जब कोई अपना, उसका गुनहगार होता है l

उसकी जगह जाने क्यूँ खुद को सजा देती है l


अनु जाने वो किस मिट्टी की बनी होती है l

अरमानों को सीने में कहीं गहरे दबा देती ये l


अक्सर शून्य में वो कहीं खो सी जाती है l

यादों में गुम हों खुद ही से बातें वो करती है l


किसी को फुर्सत नहीं पास बैठें दो बातें करें l

चुपचाप तनहाइयों को वो दोस्त बना लेती है l


दफन कर ख़ामोशी से सीने में अरमानों को,

वो अपने से जुड़े हर रिश्ते को बचा लेती है l


रिश्तों में धोखा खाई फिर भी कितनी जिद्दी हैl

किस आस पे हर बार सुधरने का मौका देती है l


कभी अपनी खामोशी से तो कभी मुस्कुरा के l

हुनरमंद है रिश्तों की गरिमा को बचा लेती है l


जरूरी नहीं की हर रिश्ते में प्यार ही हों,

कुछ रिश्तों में अनकही मजबूरियाँ भी होती है l



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