यह जीवन की सच्चाई है
यह जीवन की सच्चाई है
यह जीवन की सच्चाई है, आज समझ मुझे आई है रिश्तों का है मेला यहां एक नहीं दो परिवार है तेरे मां बाप भाई बहन पति-पत्नी बच्चे जीवन है लोगों का मेला इस मेले में है तू अकेला कहने को है l सब साथ तेरे पर कोई ना देगा साथ तेरा यह जीवन की सच्चाई है आज समझ मुझे आई है जीवन है दो पल का मेला कहीं सवेरा, कहीं अंधरा इस मेले में हमको है जीना यह जीवन की सच्चाई है आज समझ मुझे आई है सोचो ना तुम क्या पाओगे क्या खाओगे तुमको ही नहीं पता तुम कहां जाओगे तुम अकेले ही आए थे तुम अकेले ही जाओगे यह जीवन की सच्चाई है आज समझ मुझे आई है
