एक नया सफर
एक नया सफर
अपने ही घर को पराया करके निकली हूं मै
एक नए सफर पर आंखों में नए सपने लिए
दिल में हजारों अरमान लेकर अपने हमसफर के साथ
निकली हूं मैं एक नए सफर पर
नया सफर कैसा होगा ?
मेरा हमसफ़र कैसा होगा?
मेरे अपने कैसे होगे? पिता का प्यार कौन?
देगा मां वाली चिंता कौन करेगा ?
नहीं जानती मैं पर निकली हूं नए सफर पर
अपने हमसफर को लेकर
भाई बहन का प्यार
वह प्यारी सी नोकझोंक
वह खट्टी मीठी यादें लेकर निकली हूं
मैं अपने नए सफर पर
अपने हमसफर को लेकर
बढ़ गई है जिम्मेदारियां यह हमसफर ने बताया
मायका हीं नहीं ससुराल भी है अब तेरा यह बात
समझाया है अपनी इस घर को भी अपना बनाने निकली हूं
मैं एक नए सफर पर अपने हमसफर को लेकर।

