भारत देश हमारा
भारत देश हमारा
सूरज सुनहरा
चाँद प्यारा-प्यारा,
धरती जीवन का आँगन
जहाँ बसा भारत देश हमारा !
कान्हा की बाँसुरी
जैसे वृन्दावन की माया,
अवध में राम और
काशी में शिव जी की छाया !
वेद ,शास्त्र और पुराणों में भी
भारत का है बोलबाला,
ऋषि -मुनियों की तप -तपस्या
जैसे सागर में जलती ज्वाला !
मानवता का धर्म
जिसमें एकता हैं समाई,
नेहरू, गांधी और कई
जिन्होंने दिलों में
प्यार की ज्योत जलाई !
असत्य की राह पर
सत्य की ही विजय,
भारत देश के हर सपूत
कहलातें हैं अजय !
गंगा का जल
जिसमें पवित्रता का स्पर्श,
चारों धाम यहीं पर हैं
जग में हैं हमारे भारत का आदर्श !
इसी तरह ये ज्ञान -ज्योत
हमें सदा जलती रखनी है,
जग में संस्कारों की ऊँचाई पर
भारत-भूमि अपनी है !
