शायद यही जीवन हैं ........
शायद यही जीवन हैं ........
शायद यही जीवन है
जिसमें सब कुछ मिल जाता है
सब कुछ पाकर भी कहीं
मन प्यासा ही रह जाता है
शायद यही जीवन है
जिसमें धूप -छाँव रहती है
पलभर खुशी की लहर
कभी आँसुओं की धारा बहती है
शायद यही जीवन है
जिसमें न जाने कितने मोड़ आते है
हर एक मोड़ पर न जाने
कितने रिश्ते जुड़ जाते है
शायद यही जीवन है
जहाँ पत्थर दिलवाले मिलते है
पत्थर दिलवालों की इस दुनिया में
कहीं मोहब्बत के फूल भी खिलते है
शायद यही जीवन है
जो एक अधूरी कहानी होती है
खिलती हुई हर सुबह लेकिन
जीने की नई प्रेरणा देती है
शायद यही जीवन है
जो इसी तरह जिए जाना है
मिले ना मिले भला कुछ भी हमें
फिर भी फूलों की तरह मुसकाना है!
