बेटियाँ
बेटियाँ
वो न अमीर की होती है, न गरीब की होती है,
बेटियाँ जो होती हैं, अपने नसीब की होती है।
एक दिन वो आती हैं, ज़िंदगी बदल जाती है,
हमको तुमको, पापा मम्मी बुलाती हैं,
कभी हम संग वो, करती अठखेलियाँ,
कभी भाग कर हमारे, गले से लग जाती हैं।
एक दिन वो आती हैं, ज़िंदगी बदल जाती है…..
नन्हें-नन्हें पाँव से, ठुमुक ठुमुक भागती है,
तुतली तुतली बोली से, कई कथा बाँचती है,
पंकज नैना से जब हम लोगों को तकती है,,
अपनी हँसी से हमको आत्मसुख दे जाती है।
एक दिन वो आती हैं, ज़िंदगी बदल जाती है…..
पुण्याक्षी वो हम दोनों का, अक्स लिए आएगी,
तुम्हारी खुशबू होगी उसमे, तुम्हारे रंग नाहायेगी,
पंकज सा गुण होगा उसमे, सबमे प्रेम फैलाएगी,
उसके बाँहों में, हम दोनों को चैन की नींद आएगी।
एक दिन जब वो आएगी, हमारी ज़िंदगी भी बदल जाएगी…..