छाती के पास कुछ जलने सा लगता है,मगर उस धुएँ को अंदर ही पीने के प्रयास में,आँखों में पानी भर आता है,ज... छाती के पास कुछ जलने सा लगता है,मगर उस धुएँ को अंदर ही पीने के प्रयास में,आँखों ...
मैं सिसक कर भी सब के दुखड़े लिखता हूँ। मैं सिसक कर भी सब के दुखड़े लिखता हूँ।
इसी उम्मीद पर हम दोनों जिंदा है, तेरी याद आती है तो जाती नहीं..। इसी उम्मीद पर हम दोनों जिंदा है, तेरी याद आती है तो जाती नहीं..।
चल रहे सम्बन्ध पर क्यों भुनभुनाएँ ? है यही बेहतर नया रिश्ता बनाएँ। चल रहे सम्बन्ध पर क्यों भुनभुनाएँ ? है यही बेहतर नया रिश्ता बनाएँ।
चाहे कितने दूर हो जाओ, साथी समाज को तज नहीं सकते। चाहे कितने दूर हो जाओ, साथी समाज को तज नहीं सकते।
फिर भी पता है सनम तुम भीड़ में भी अकेली हो चाहे दुनिया का मेला लगा हो चारों ओर फिर भी पता है सनम तुम भीड़ में भी अकेली हो चाहे दुनिया का मेला लगा हो चारों ओर