चल रहे सम्बन्ध पर क्यों भुनभुनाएँ ? है यही बेहतर नया रिश्ता बनाएँ। चल रहे सम्बन्ध पर क्यों भुनभुनाएँ ? है यही बेहतर नया रिश्ता बनाएँ।
आने को बरसात, विरहनी भरा मन उमंग। आने को बरसात, विरहनी भरा मन उमंग।
उठो लाल! और नहीं स्वप्न की बारी अब, बीती रात कमल दल फूले........ उठो लाल! और नहीं स्वप्न की बारी अब, बीती रात कमल दल फूले........
नन्ही-बूदों के धरा पर आगमन से, संगीत का झरना बहने लगता है। नन्ही-बूदों के धरा पर आगमन से, संगीत का झरना बहने लगता है।
और स्याही से उतरते हैं तो.....कविता बनती है। और स्याही से उतरते हैं तो.....कविता बनती है।
मंजरी लदे अमराइयों की तरह होता है पहला प्यार, पतझड़ के बाद, पेड़ों पर लगती नई पत्तियों सा होता है प... मंजरी लदे अमराइयों की तरह होता है पहला प्यार, पतझड़ के बाद, पेड़ों पर लगती नई प...