राजा खड़ा मुस्करा रहा सिपाही सब सो गए। राजा खड़ा मुस्करा रहा सिपाही सब सो गए।
यही जीवन का सार है। यही जीवन का सार है।
इन्सान हूँ मैं भी अपने काम की पहचान चाहता हूँ खुद से इश्क करता हूँ मैं भी एक मुकाम चाहता हूँ इन्सान हूँ मैं भी अपने काम की पहचान चाहता हूँ खुद से इश्क करता हूँ मैं भी एक म...
कोहीनूर हीरा अपनी ज़मींन चांदनी से प्रफुल्लित कर जायेगा। कोहीनूर हीरा अपनी ज़मींन चांदनी से प्रफुल्लित कर जायेगा।
सब कुछ तेरे लिए ही त्याग किया है, पर तेरी बेरूखी सहन नहीं कर पाऊंगा ! सब कुछ तेरे लिए ही त्याग किया है, पर तेरी बेरूखी सहन नहीं कर पाऊंगा !
किसी की आंखों में चमक तो कहींं उमड़ता सैलाब है। किसी की आंखों में चमक तो कहींं उमड़ता सैलाब है।