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Hasmukh Amathalal

Drama

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Hasmukh Amathalal

Drama

बदलते रहेंगे रिश्ते

बदलते रहेंगे रिश्ते

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गुरु ज्ञानी

हम अज्ञानी

बात ना समझी

और दिखाई नासमझी। 

वंदन करना

और ना पूछना!

सिर्फ आँख में रखना

जो है कहना।

ना दिखाना नाराज़गी

यदि हो जाए चूक करने में बंदगी

बस पूछ लो सही "मुझे क्या करना है प्रभु?''

वो जानते हैं तुम्हारी दुविधा क्योकि है स्वयंभू। 

जो दिख रहा है वो छद्म है

प्रभू तो सामने खड़े पद्म है

तुम्हारे कदम क्यों डीग रहे हैं?

वो खुद ही तो तुम्हारे सारथी बने हैं। 

करना है संहार अपनों का

जो संहारी बने हैं अपने सपनों का

वो नहीं रुकने वाले अपने मंसूबों में

तुम ही कर सकते हो भरोसा अपने बाणों में।

बनके रह जाएगा एक इतिहास पन्नो में

महाभारत कहलायेगा सही मानों में

लोग पढेंगे ओर समझेंगे कुछ ज्ञान के वास्ते

सही मिसाल मिलेगी जब बदलते रहेंगे रिश्ते।


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