प्रेम का क्षण में धनी बना देता दिलों की बढ़ी दूरी मिटा देता प्रेम का क्षण में धनी बना देता दिलों की बढ़ी दूरी मिटा देता
हर रोज़ सवालों के कटघरे में खड़े करते हैं खुद को हर रोज़ सवालों के कटघरे में खड़े करते हैं खुद को
कभी रोने पर भी पाबंदियां थी तो कभी मुस्कुराने पर भी थे एतराज़ हमसे कभी फ़िज़ूल में कभी रोने पर भी पाबंदियां थी तो कभी मुस्कुराने पर भी थे एतराज़ हमसे कभी...
कुछ सिक्के पुराने तुम रख ज़रूर लेना के नदी पार करते नज़र मैं उतारूंगी। कुछ सिक्के पुराने तुम रख ज़रूर लेना के नदी पार करते नज़र मैं उतारूंगी।
जिनसे रूठते हैं उन्हीं से क्यूं प्यार होता है। जिनसे रूठते हैं उन्हीं से क्यूं प्यार होता है।
सात फेरों की रस्मों से बंधी डोर थी एक, वो खिंचे जा रहे थे, हम खिंचे जा रहे थे। सात फेरों की रस्मों से बंधी डोर थी एक, वो खिंचे जा रहे थे, हम खिंचे जा रहे थ...