कभी रोने पर भी पाबंदियां थी तो कभी मुस्कुराने पर भी थे एतराज़ हमसे कभी फ़िज़ूल में कभी रोने पर भी पाबंदियां थी तो कभी मुस्कुराने पर भी थे एतराज़ हमसे कभी...
पतझड़ का मौसम था, कुछ पेड़ों में पत्ते झडे़ थे, कुछ में नए निकल रहे थे, पर , तुम कह पतझड़ का मौसम था, कुछ पेड़ों में पत्ते झडे़ थे, कुछ में नए निकल रहे थे, ...
ना खुदा मिला, ना खुदा के बन्दे मिले, मुर्दों से बदतर कुछ ज़िन्दे मिले ना खुदा मिला, ना खुदा के बन्दे मिले, मुर्दों से बदतर कुछ ज़िन्दे मिले
जब हम बच्चे थे जब हम बच्चे थे
जब हम बच्चे थे ,टाफियों से खुश होते थे अब ट्राफियों से खुश होते हैं। जब हम बच्चे थे ,टाफियों से खुश होते थे अब ट्राफियों से खुश होते हैं।
तर्क-ए - तअ'ल्लुक ही करना था तो पास में आये क्यूं थे? तर्क-ए - तअ'ल्लुक ही करना था तो पास में आये क्यूं थे?