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Neetu Lahoty

Romance

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Neetu Lahoty

Romance

कभी सोचा न था

कभी सोचा न था

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हालात कुछ ऐसे बदले

लकीरों ने

कि कभी सोचा भी न था

हम हर लम्हें तड़पे इस कदर

कि तुमने जाना भी न था


हर रोज़ सवालों के कटघरे

में खड़े करते हैं खुद को

पर कोई जवाब आना ही न था

हजार शिकवे थे तुमसे पर

हमें कुछ कहना ही न था

अब तो हँसते हुए हमें आँसुओं

के समन्दर को पीना ही था



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