पवित्र पावन धरती भारत स्वर्ग इसको हम बनाएँगे। पवित्र पावन धरती भारत स्वर्ग इसको हम बनाएँगे।
चिंतन नहीं, मंथन नहीं, माकूल जवाब कोई देता नहीं। चिंतन नहीं, मंथन नहीं, माकूल जवाब कोई देता नहीं।
किस आस पर ठहरा है न जाने किस आस पर ठहरा है न जाने
उसकी महानता किसी चीज़ की मोहताज नहीं उसकी महानता किसी चीज़ की मोहताज नहीं
मैं नीम को बबूल नहीं कह पाता हूँ मैं तो सबका गुनहगार हुआ जाता हूँ। मैं नीम को बबूल नहीं कह पाता हूँ मैं तो सबका गुनहगार हुआ जाता हूँ।
ये दुनिया उजाड़ रखी है तूने।। दोष किसी और को न दे पाएगा। ये दुनिया उजाड़ रखी है तूने।। दोष किसी और को न दे पाएगा।