तुम्हारे जैसे कायरों से फिर हाथ मिलाना संभव ही नहीं। तुम्हारे जैसे कायरों से फिर हाथ मिलाना संभव ही नहीं।
सूरज सा जो चमके नभ में, भारत का कुंदन है। सूरज सा जो चमके नभ में, भारत का कुंदन है।
अपना बुढ़ापा भी हो जायेगा सफल तब। अपना बुढ़ापा भी हो जायेगा सफल तब।
मैं नीम को बबूल नहीं कह पाता हूँ मैं तो सबका गुनहगार हुआ जाता हूँ। मैं नीम को बबूल नहीं कह पाता हूँ मैं तो सबका गुनहगार हुआ जाता हूँ।
तेरा दम्भ यहाँ फ़िज़ूल , क्योंकि षडऋतु के ऋतुराज बसंत ...! तेरा दम्भ यहाँ फ़िज़ूल , क्योंकि षडऋतु के ऋतुराज बसंत ...!
स्नेह रस से भीगा कदंब, अब तो जैसे रसहीन हुआ, स्नेह रस से भीगा कदंब, अब तो जैसे रसहीन हुआ,