My words my identity.
उन हसीन ख्वाबों के पर बन जाऊं कभी, उड़ जाऊं कभी उड़ जाऊं बस उड़ जाऊं कभी। उन हसीन ख्वाबों के पर बन जाऊं कभी, उड़ जाऊं कभी उड़ जाऊं बस उड़ जाऊं कभी।
आकाश की उड़ान तो पूरी हुई क्या हर बच्चे की उड़ान पूरी होगी ? आकाश की उड़ान तो पूरी हुई क्या हर बच्चे की उड़ान पूरी होगी ?
मैं उसे जाकर समझाती हूं, रोकती हूँ और वो दिन में कभी नहीं भूलती जिस दिन से मैंने ये निर्णय लिया था औ... मैं उसे जाकर समझाती हूं, रोकती हूँ और वो दिन में कभी नहीं भूलती जिस दिन से मैंने...
जिसे मैं देख रही थी वो तो और कुछ नहीं वो तो एक चाँद था वो तो एक चाँद था। जिसे मैं देख रही थी वो तो और कुछ नहीं वो तो एक चाँद था वो तो एक चाँद था।