आज का युवा
आज का युवा
आज का युवा कहाँ जा रहा है ? अपनी संस्कृति से बहुत दूर होता जा रहा है, ये सोचकर बहुत डर जाती हूँ।
कुछ ही समय पहले की बात है। मैं अपने घर का सामान लेने के लिए अपनी स्ट्रीट से गुजर रही थी। उसी स्ट्रीट पर बहुत सारी बेकरी शॉप है जब मैं सामान लेकर वापस आई तो मैं क्या देखती हूँ कि वहाँ पर एक लड़के-लड़कियों का ग्रुप खड़ा है जो बिंदास सिगरेट पी रहा है और वो अपनी उम्र मैं इतने बड़े भी नहीं थे।
मैं देख कर थोड़ी अचरज में पड़ गयी क्या इनके माँ बाप, इनको रोकते नहीं हैं ये कहाँ जा रहे हैं, इन्हें पता है और वो दिखने में काफी सभ्य घर के बच्चे लग रहे थे। इन्हें पता है कि क्या सिगरेट शराब का क्या नुकसान होते हैं। फिर मैंने थोड़ा सोचा कि क्या मुझे उन्हें रोकना चाहिए। थोड़ा हिचकिचाई अगर उन्हें बुरा लगा तो वो क्या कहेंगे फिर मैंने सोचा ये हमारे भारत का भविष्य है। मैं इस तरह से इनको धुंआ छोड़ते हुए नहीं देख सकती। ये भविष्य है भारत का और ये भविष्य खराब नहीं होना चाहिए।
अगर आज हम चुप रहे तो कल से भारत का भविष्य अंधकार में डूबा हुआ रहेगा इसी तरह धुंआ छोड़ता हुआ हर जगह।
मैंने हिम्मत जुटाई और मैं उनके पास गयी- मैंने उनसे पूछा आपको बुरा ना लगे तो कुछ बात पूछूँ उसमें से मुझे एक लड़की ने जवाब दिया। क्या पूछिए मैंने कहा कि आप ये क्या कर रहे हैं ? उसने मुझे कहा कि क्या कर रहे हैं ? बड़े ही स्टाइल मारते हुए मैंने कहा आप सिगरेट पी रहे हैं तो उसने कहा हाँ तो आपको क्या परेशानी है मैंने, कहा क्या आपको अच्छा लगता है। सिगरेट पीना तो उसमें से एक लड़के ने जवाब दिया ये तो आज का फैशन है। अगर हम सिगरेट नहीं पीयेंगे तो मॉडर्न कैसे कहलायेंगे।
ये सुनकर मुझे बहुत बुरा लगा कि ये हमारा भारत का कल्चर रह गया ये हमारी संस्कृति बची है आज की ! तो फिर हमारा भविष्य क्या होगा ? जब आज की युवा पीढ़ी ऐसा सोचती है मैंने कहा आप मुझे बहुत सभ्य घर के बच्चे लग रहे हो आप क्या करते हो तो उसने कहा हम सब स्टूडेंट है तो मैंने कहा आपको पता है हम सब मेडिकल के स्टूडेंट हैं और आप सिगरेट पी रहे हो, उनमें से एक लड़के ने कहा- मुझसे तो इससे आप को कोई मतलब नहीं होना चाहिए आप अपन
ा काम करिये। मुझे ये बात सुनकर लगा पता नहीं फिर इन्हें और कुछ बोलना चाहिए या नहीं।
मैंने उनसे माफी मांगी- मुझे माफ करिये, मैंने आप लोगो का टाइम लिया, मैंने आपको परेशान किया और मैं ये कह कर आगे बढ़ गई। इतने में से उन्हीं मे से एक लड़की ने मुझे आवाज दी- मैडम रुकिए, मैडम रुकिए।
मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो वो लड़की तेजी से मेरी तरफ आ रही थी। उसने मुझसे कहा कि आपने हमारे लिए फिक्र करी, इसके लिए थैंक्यू मैम। आज के ज़माने में कौन किसको रोकता है। ये बड़ी हिम्मत का काम चाहिए, मैंने उससे कहा कि आप भारत का भविष्य हो आप ही ऐसा करोगे तो आने वाली पीढ़ी को क्या दोगे ? आप लोगों को सिगरेट पीते हुए देख कर मुझे अच्छा नहीं लगा इसलिए मैंने टोका और इसके नुकसान तो आपको पता है आपके माँ-बाप को भी इस बारे में नहीं पता क्या ?उस ने कहा कि नहीं तो मैंने कहा- आपको ये तो पता है न कि आपके लिए कितनी खतरनाक हो सकती है।
उसने कहा कि हां मैं जानती हूं लेकिन अगर मैं ये ना पियूँ तो लोग मुझे या मेरे फ्रेंड्स मुझसे बात नहीं करते।
उसने कहा मुझसे! मैंने उससे कहा तो फिर वो दोस्ती किस काम की जो आपको गलत राह पर ले जाये जाये। आपको पता है जबकि के सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।आप इसे रोकिये या तो ऐसे दोस्त ही छोड़ दीजिए ! उसने कहा आप सही कह रही है ।मैडम मैं आज से ये बात याद रखूंगी और मैं आज से ही सिगरेट छोड़ दूंगी।
ये बात सुन कर मुझे बहुत खुशी हुई। मैंने मन में सोचा कि चलो आज मैंने बहुत अच्छा काम किया है ।
तीन बच्चों को एक गलत काम करने से रोका है । और मैं खुशी खुशी अपने रास्ते चल दी और उसी वक़्त मैंने दृढ़ निश्चय किया कि मुझे रस्ते पर या कहीं पर भी कोई सिगरेट फूंकता हुआ दिखाई दिया तो मैं उसे जाकर ज़रूर, रोकूँगी।
चाहे मुझे उसकी कटुता का सामना क्यों न करना पड़े,और तब से मैं कहीं पर भी सिगरेट पीते हुए किसी को भी देखती हूँ तो मैं उसे जाकर समझाती हूं, रोकती हूँ।
और वो दिन में कभी नहीं भूलती जिस दिन से मैंने ये निर्णय लिया था और तीन बच्चों को सही रास्ता बताया था। और में आज भी उसी राह पर चल रही हूँ पूरे दृढ निश्चय के साथ।