मैं मुम्बई के वेस्टर्न सबर्ब में रहता हूँ। कविता, कहानी और उपन्यास लिखता हूँ।मेरी एक कविता संग्रह 'मोरहंस' प्रकाशित हो चुकी है ।यह ऑनलाइन Amazon पर उपलब्ध भी है।मेरा उपन्यास ' अधजली तस्वीर' अगले महीने प्रकाशित हो जाएगी।
Share with friendsघरवालों ने मनीष को सुधारने का बहुत प्रयास किया। लेकिन सब व्यर्थ साबित हुआ ।
Submitted on 30 Nov, 2020 at 06:08 AM
धीरे धीरे उनकी जिंदगी गुमनामी की दुनिया में डूबती चली गई।
Submitted on 17 Nov, 2020 at 15:32 PM
परिणाम चाहे जो भी हो डेमोक्रेसी में बोलने से पहले सोचने की अहमियत रेखांकित करता है ।
Submitted on 03 Nov, 2020 at 15:44 PM
फ्रायड को तीन साल लग जाते हैं मनोविश्लेषण करने में, गरजिएफ दो- तीन घंटों में निपटा लेता
Submitted on 27 Oct, 2020 at 02:40 AM
गलती से उसकी खास सहेली का भी जिक्र आ गया जो मेरे चलते उसकी सहेली बनी बैठी थी ।
Submitted on 18 Oct, 2020 at 14:59 PM
लेकिन दादी उसके मुर्गा का अंडा वाली बात क्या थी ? भला मुर्गा का भी अंडा होता है कहीं !
Submitted on 17 Oct, 2020 at 04:00 AM
"मैं ललाट पर जो टिका लगता हूँ वह मेरी आस्था का टीका है ।
Submitted on 08 Oct, 2020 at 15:56 PM
उसने पूछा इसकी क्या विशेषता है जिसके चलते तुम इतनी कीमत माँग रहे हो !
Submitted on 07 Oct, 2020 at 11:57 AM
अभी गंगा न सही एक ब्राह्मण से तो मिल लूँ जिसे लेकर गुरु के पास जाना है
Submitted on 07 Oct, 2020 at 10:39 AM
टेस्ट करो तो भी पिघलती है और वेस्ट करो तो भी पिघलती है !!
Submitted on 07 Oct, 2020 at 04:32 AM
आज पूरा गाँव रेड जोन में बदल गया है और लगभग 137 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं ।
Submitted on 04 Oct, 2020 at 14:40 PM
चोरी और वो भी ब्रैड की चोरी, बहुत शर्मनाक जुर्म है
Submitted on 02 Oct, 2020 at 15:53 PM
यही सोच कर कभी भी डर जाता हूँ क्या होगा यदि सच्च में विज्ञान ने इतनी प्रगति कर ली !
Submitted on 29 Sep, 2020 at 15:12 PM
पहलवान बाबा को अब्दुल का दृढ़ निश्चयी चेहरा आंखों के आगे घूम गया। और मन ही मन बोले धन्य
Submitted on 27 Sep, 2020 at 02:37 AM
गाँव वालों के दबाव में उसने वही कीमत लेकर अपना हिस्सा भाई को बेचा
Submitted on 25 Sep, 2020 at 15:11 PM
सारी आपाधापी और मगज मारी केवल अंधेरी तक के लिए होती है
Submitted on 23 Sep, 2020 at 04:32 AM
लेकिन यह काम कभी भी लोभवश मत करना। जब घोर संकट हो तभी इस विकल्प को अपनाना।
Submitted on 22 Sep, 2020 at 02:25 AM
इस खुशी और जीत मे वह नारी जाति की नैतिक हार देख रही थी !
Submitted on 21 Sep, 2020 at 03:45 AM
बुढापा अपने आप मे एक बीमारी है और जब वह शिकंजा कसती है तो एक -एक अंग जबाब देने लगते हैं
Submitted on 19 Sep, 2020 at 15:24 PM
एक लव बर्ड है और उसे राह चलते किसी से भी प्यार हो जाता है!
Submitted on 18 Sep, 2020 at 09:07 AM
शिवा तुम्हारे सिवा कोई पसंद ही नही आया इसलिए अभी तक कुँवारा हूँ - तू नही तो कोई नही वाल
Submitted on 17 Sep, 2020 at 04:12 AM