साँच को नहीं आँच। साँच को नहीं आँच।
किस आस पर ठहरा है न जाने किस आस पर ठहरा है न जाने
वो मां ही होती है, बस वो मां ही होती है। वो मां ही होती है, बस वो मां ही होती है।
तिरंगे में जान बसे तुम्हारी तिरंगा ही है शान तुम्हारी जब तिरंगे में लिपटकर जाते हो तुमको द... तिरंगे में जान बसे तुम्हारी तिरंगा ही है शान तुम्हारी जब तिरंगे में लिपटकर...
पहन लेता है जब कोई सिपाही वतन को फिर कोई खतरा नहीं रहता। पहन लेता है जब कोई सिपाही वतन को फिर कोई खतरा नहीं रहता।
पर आँच न आने देंगे, हम तेरे सम्मान में। पर आँच न आने देंगे, हम तेरे सम्मान में।