तुमसे कभी ना बिछड़े ये फरियाद करते है क्यों परदेस चले गए हो तुम तुमसे कभी ना बिछड़े ये फरियाद करते है क्यों परदेस चले गए हो तुम
सजती थी यहाँ भी कभी अपनों की महफिल लगा करते थे ठहाके गूंजती थीं नन्हें मुन्नों की मनमोहक... सजती थी यहाँ भी कभी अपनों की महफिल लगा करते थे ठहाके गूंजती थीं नन्हें ...
जब से तुम गए परदेस यहां रह गए अकेले हम जब से तुम गए परदेस यहां रह गए अकेले हम
अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाएं स्वच्छ भारत अभियान चलायें।। अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाएं स्वच्छ भारत अभियान चलायें।।
जब पास में होंगे सब अपने, आशा के दीप जलाऊंगा हर रोज़ मेरी होगी होली, दीवाली रोज़ मनाऊंगा जब पास में होंगे सब अपने, आशा के दीप जलाऊंगा हर रोज़ मेरी होगी होली, दीवाली रोज़ ...
दिल के नाम पर है यह मुलायम मुलायम यह तकिए दिल के नाम पर है यह मुलायम मुलायम यह तकिए