पथरा जातीं हैं धरती की आँखें, उसके होठों पर पपड़ी जम जाती है... पथरा जातीं हैं धरती की आँखें, उसके होठों पर पपड़ी जम जाती है...
सजती थी यहाँ भी कभी अपनों की महफिल लगा करते थे ठहाके गूंजती थीं नन्हें मुन्नों की मनमोहक... सजती थी यहाँ भी कभी अपनों की महफिल लगा करते थे ठहाके गूंजती थीं नन्हें ...
गाना हैं अब तो बस वीरानी अजीबो गरीब प्रेम कहानी मेरी। गाना हैं अब तो बस वीरानी अजीबो गरीब प्रेम कहानी मेरी।
मेरा न होना तू है , तेरा न होना मैं , न मैं तुझसे जुदा हूँ न तू मुझसे जुदा। मेरा न होना तू है , तेरा न होना मैं , न मैं तुझसे जुदा हूँ न तू मुझसे जुदा।
हर जख़्म की यहां बिना मतलब के एक पैसे की भी दवा नहीं मिलती है। हर जख़्म की यहां बिना मतलब के एक पैसे की भी दवा नहीं मिलती है।
छाई है आज यहाँ निर्जनता और सांय - सांय करती वीरानी अकूत धनप्राप्ति की लिप्सा, महत्वाकांक्षा... छाई है आज यहाँ निर्जनता और सांय - सांय करती वीरानी अकूत धनप्राप्ति की लिप्...