Story mirror Writer & Poet.. abasahebmha435.blogspot.com
मन क्यों बहके रे बहके तेरी चाहत में ? मिले ख़ुशी तुझे देखे बगैर तेरी आहट से। मन क्यों बहके रे बहके तेरी चाहत में ? मिले ख़ुशी तुझे देखे बगैर तेरी आहट से।
इस धरती को बचा नहीं तो तेरा विनाश अटल हैं ! इस धरती को बचा नहीं तो तेरा विनाश अटल हैं !
फोन की बेल से मैं होश में आया जो उसके ख्यालों में अब तक खोया हुआ था .... फोन की बेल से मैं होश में आया जो उसके ख्यालों में अब तक खोया हुआ था ....
तू थोड़ी-सी दो पल चलती, थोड़ी-सी हिम्मत जुटा पाती, तो दोनों की भी जिंदगी सवर जाती ! तो आज यह दिन ना ... तू थोड़ी-सी दो पल चलती, थोड़ी-सी हिम्मत जुटा पाती, तो दोनों की भी जिंदगी सवर जात...
अब तू ही बता। क्या लिखूँ ? कैसे लिखूँ ? आखिर कब तक... अब तू ही बता। क्या लिखूँ ? कैसे लिखूँ ? आखिर कब तक...
काश ! दो दिल होते सीने में ...तो कितना मज़ा आता जीने में...! काश ! दो दिल होते सीने में ...तो कितना मज़ा आता जीने में...!
सभी धर्म सबसे पहले अच्छा इन्सान बनो सिखाता है ! धर्म, कानून और लोकतंत्र व्यक्ति का विकास चाहता है ! सभी धर्म सबसे पहले अच्छा इन्सान बनो सिखाता है ! धर्म, कानून और लोकतंत्र व्यक्ति...
जाने क्यूँ लगता है मुझे ऐसा ? मनहूस सूरत .बेमौसम , बे मतलब चिखती - चिल्लाती जाने क्यूँ लगता है मुझे ऐसा ? मनहूस सूरत .बेमौसम , बे मतलब चिखती - चिल्लाती
फोन की बेल से मेरी नींद खुली और सपना चूर चूर हो गया... फोन की बेल से मेरी नींद खुली और सपना चूर चूर हो गया...
तेरी यादें, वो मुलाकते, वो लम्हे हर वक्त मेरे साथ हैं, मेरे जीने का सहारा हैं...! तेरी यादें, वो मुलाकते, वो लम्हे हर वक्त मेरे साथ हैं, मेरे जीने का सहारा हैं......