उसी के तो रंग में रंगे हुए हैं सब मेरा तो बस वही एक रंग है अब उसकी एक मुस्कान पे ज़िन्दगी निसार है ... उसी के तो रंग में रंगे हुए हैं सब मेरा तो बस वही एक रंग है अब उसकी एक मुस्कान ...
वहां फटे कपड़ों में भी तन को ढका जाता है, यहाँ खुले बदन पर टैटू छापा जाता है, यहाँ बंगले है, कोठी है... वहां फटे कपड़ों में भी तन को ढका जाता है, यहाँ खुले बदन पर टैटू छापा जाता है, यह...
आपस में हाथ में हाथ देकर चलो एक दूसरे को सब पकड़कर चलो। आपस में हाथ में हाथ देकर चलो एक दूसरे को सब पकड़कर चलो।
कहीं कुछ छूट तो नहीं रहा कहीं कुछ भूल तो नहीं रहा। कहीं कुछ छूट तो नहीं रहा कहीं कुछ भूल तो नहीं रहा।
बाँहें फैला के करता है स्वागत ये मेरा अपना शहर। बाँहें फैला के करता है स्वागत ये मेरा अपना शहर।
क्योंकि स्याही मेरी थोड़ी हरी है व थोड़ी लाल है। क्योंकि स्याही मेरी थोड़ी हरी है व थोड़ी लाल है।