अत्यन्त सहर्षता के साथ इन जिम्मेवारियों को स्वयं के कंधों पर ढोती "स्त्री"। अत्यन्त सहर्षता के साथ इन जिम्मेवारियों को स्वयं के कंधों पर ढोती "स्त्री"।
दृढ़ है शक्तिशाली है, सुन ले वह नारी है वह नारी है। दृढ़ है शक्तिशाली है, सुन ले वह नारी है वह नारी है।
अब नहीं करता कोई उसे तंग, सरलता से सब रहते संग। अब नहीं करता कोई उसे तंग, सरलता से सब रहते संग।
क्या पाऊंगा मैं क्या दिल खोएगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। क्या पाऊंगा मैं क्या दिल खोएगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
जनजन को जगाते जायेंगे हम संगठित देश ही बनायेंगे हम। जनजन को जगाते जायेंगे हम संगठित देश ही बनायेंगे हम।
बीमारियों का होता आक्रमण, कई बार, आ जाती मौत को दावत बीमारियों का होता आक्रमण, कई बार, आ जाती मौत को दावत