वक्त बड़ा बलवान
वक्त बड़ा बलवान
क्या पाऊंगा मैं क्या दिल खोएगा?
यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा,
वक्त के हाथों में यहां मजबूर हर कोई,
वक्त से पहले कोई कुछ ना जान पाएगा,
बढ़ता जा रहा हूं आगे जिंदगी के सफर में,
मंजिल का रास्ता खुद वक्त मुझे बताएगा,
मेरा संघर्ष मेरा कर्म ही तय कर पाएगा,
मिलेंगी खुशियां या गमों का सैलाब आयेगा,
कौन दूर होगा यहां किसका मिलेगा साथ,
बदलेंगे दिन मेरे या बिखर जाएंगे जज्बात,
पर कभी हारना मैंने सीखा नहीं हालातों से,
न ही घबराया कभी मैं वक्त के इम्तिहानों से,
अब सीख चुका हूं मैं भी चलना वक्त के साथ,
तैयार हूं हर पल झेलने को वक्त की करामात,
शक्तिशाली योद्धा भी वक्त के हाथों मात खा जाता,
क्योंकि कोई यहां वक्त से मुकाबला नहीं कर पाता,
वक्त है दरिया वक्त समुन्दर वक्त ही यहां महान,
वक्त के साथ न चलने वाला खो देता है पहचान,
खोना पाना मिलना बिछड़ना सब तय करता है वक्त,
इसकी महानता समझे जो उसी का हो जाता है वक्त।