वक्त ना रुका है किसी के लिए
वक्त ना रुका है किसी के लिए
जितनी भी कोशिश करें हम समय की गति रोकने की,
संभव नहीं है ये क्योंकि तीव्र होती है रफ़्तार समय की,
स्वयं करते गलती हम और कहते समय की लाचारी है,
समय के साथ चलें सर्वदा इसी में हमारी समझदारी है,
समय न रूका है किसी के लिए और ना कभी रुकेगा,
महान वही बन पाएगा जो समय की महिमा समझेगा,
समय रुकता है सिर्फ ख्वाबों में जो हक़ीक़त से दूर है,
इस दुनिया में हर एक इंसान वक्त के हाथों मजबूर है,
रेत के समान है वक्त बंद मुट्ठी से भी फिसल जाता है,
जो वक्त के साथ चले वक्त उसी के साथ चल देता है,
वक्त किसी का दोस्त नहीं और ना बनता है हमसफ़र,
कामयाब वही होता है जो करता सदा वक्त की क़दर,
वक्त ने अपने भीतर जकड़ा हुआ है सभी इंसानों को,
वक्त नहीं छोड़ता कभी समय बर्बाद करने वालों को,
हमारे लिए तो नामुमकिन है समझना इसकी गहराई,
वक्त दिखता ना किसी को ना दिखती इसकी परछाई,
किसी को पल में राजा तो किसी को रंक बना देता है,
वक्त का पहिया घुमता है तो सब कुछ बदल जाता है,
वक्त नहीं गुलाम किसी का वो अपनी मर्जी चलाता है,
वक्त की ताकत के आगे किसी का बस नहीं चलता है,
इतना कोई ताकतवर नहीं जो वक्त का करे मुकाबला,
वक्त ताकत है उसकी जो वक्त के साथ मिलकर चला,
वक्त बड़ा अनमोल रे प्राणी सदा करो इसका सम्मान,
क्योंकि वक्त कभी सहन नहीं करता अपना अपमान,
वक्त को रोकने की कोशिश छोड़ चलना इसके साथ,
क्योंकि ये कोशिश बेकार है कुछ भी ना आएगा हाथ,
वक्त को बना लो साथी अगर वो भी दोस्ती निभाएगा,
वक्त से दोस्ती करके ही कोई इंसान सफल हो पाएगा।