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Praveen Gola

Romance

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Praveen Gola

Romance

तेरा नाम लेने की तलब

तेरा नाम लेने की तलब

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एक हूक सी उठी दिल में ....

तेरा नाम लेने की तलब ,

ये उंगलियाँ मचल उठीं तब ,

तुझे भेजने संदेश बेधड़क।


तूने देख मेरा संदेश ,

भेजा अपना भी तुरंत ,

मैं वारी - वारी जाऊँ पढ़ के ,

अपने यार को अपना समझ।


वो लम्हे वो बातें याद आयें ,

जिनमे थे हम मुस्कुरायें ,

कभी इशारों से मनायें ,

कभी ऐसे ही हम रूठ जायें।


कुछ देर संदेशों से घिरी ,

मैने फिर से तेरी माला जपी ,

फिर कहकर ये विदा किया ,

कल फिर मिलेंगे अभी शुक्रिया।


तू चला गया बिन जाने तब ,

तेरे नाम लेने की लगी थी मुझे तलब ,

मैने चूमा होठों से अपना मोबाइल ,

जिसमे आया था तू लिए संदेशों की चमक।|



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