""आज फिर बहुत याद आ रहे"'
""आज फिर बहुत याद आ रहे"'
- बिछड़ा हुआ आज फिर से याद आ गया कोई,
- ज़हन में मेरे हलचल मचा गया कोई,
- बिछड़ा हुआ आज फिर से याद आ गया कोई !
- यादों के पन्नों का शजर सा कहीं,
- बीते हर लमहे का झोंका सा कहीं,
- फिर आज हमको नींद से जगा गया कोई,
- बिछड़ा हुआ आज फिर से याद आ गया कोई !
- करीब थे तो ये सोचा नहीं कभी,
- बिछड़ जाएंगे हम, ये माना नहीं कभी,
- फिर आज वो टीस मेरे दिल की, जगा गया कोई,
- बिछड़ा हुआ आज फिर से याद आ गया कोई !
- फैला था अंधेरा जहां, वहां भी प्रकाश फैला गया कोई,
- बुझे हुए उम्मीदों में भी ¡"'ज्योति"'¡ जला गया कोई,
- ज़हन में मेरे हलचल मचा गया कोई,
- बिछड़ा हुआ आज फिर से याद आ गया कोई !
- आंखों में उसकी खो जाता था कभी,
- हकीकत में नहीं मगर फोटो में ही सही,
- जुल्फों की चादर पे सो जाता था कहीं,
- ख्यालों में उसकी खो जाता था कभी,
- फिर आज उसकी याद दिला गया कोई,
- फिर आज मुझको मुझ से मिला गया कोई !
- बिछड़ा हुआ आज फिर से याद आ गया कोई,
- ज़हन में मेरे हलचल मचा गया कोई
- बिछड़ा हुआ आज फिर से याद आ गया कोई....!

