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Suresh Koundal 'Shreyas'

Romance

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Suresh Koundal 'Shreyas'

Romance

मुस्कुराहटें तुम्हारी

मुस्कुराहटें तुम्हारी

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मुस्कुराहटें तुम्हारी...हैं नज़राना खुदा का, 

अफ़साना ये प्यारा.... है थोड़ा जुदा सा ।

रहता था पहले मैं ......खुद से खफा सा , 

खुद में ही खोया..गुमनाम...गुमशुदा सा ।

अंधेरे में थी ..... मेरी नीरस ज़िंदगानी ,

निराशा भरा मन ....था गहरा कुआं सा ।

ये दीदार तेरा..... हुआ मुझको ..है जबसे ,

ये मौसम है बदला, ...हुआ खुशनुमा सा ।

देख कर तुझको अब ,मेरी चलती हैं सांसे,

है होता महसूस .....तू मुझको खुदा सा ।

चाहना है तुझको अब बन्दगी उस रब की,

बसता मेरे मन में तू ..इक प्यारी दुआ सा ।

बीते हर लम्हा ........अब मुहब्बत में तेरी ,

भूला मैं खुद को ....रहूं तुझ पे फ़िदा सा ।

न फिक्र इश्क़ में ..अब के ..जीतूं या हारूँ,

खेल डाला है मैंने..... कुछ ऐसा जुआ सा ।

करदी है मैंने अब.......तेरे नाम ज़िंदगानी ,

बन बैठा है तू अब ...... मेरा रहनुमा सा ।

मुस्कुराहटें तुम्हारी...हैं नज़राना खुदा का, 

अफ़साना ये प्यारा.... है थोड़ा जुदा सा ।।



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