STORYMIRROR

SAHYADREE NPD

Romance Others

4  

SAHYADREE NPD

Romance Others

वो लाल रंग का ड्रेस

वो लाल रंग का ड्रेस

1 min
204


 वो लाल रंग का ड्रेस जँचता है तुमपर

पहेली बार जब तुमको मैंने देखा

इसी लाल रंग के ड्रेस में देखा

जब जब देखूँ तुमको इस ड्रेस को

पहना हुआ सच कहता हूँ बहुत खूबसूरत लगी

हो तुम

गहरा लाल इतना जितना ढलते सूरज की

लालिमा का होता है

ना जाने कहाँ से बनकर आया हो

कसर दर्जी की है प्यार से बुनकर लाया हो

तलम है की हो मलमल छू लिया

तो फिसला जाये

सुराही सी गरदन और बांहों पे मीनारें

सोने की तार से हो बुनी जालीदार किनारे

तारों के बटन

है या सच में हो तारे

बड़ी प्यारी लगी है चुनरी पे गिरे हो जैसे सारे

वो छोटा मोर जो चुनरी के किनारे नाचता हो

जब जब लगे ऐसा हवाओं पे उड़ाती हो

एक पल सोच में पड़ जाता हूँ

तारीफ़ करूँ तो किसकी तुम्हारी या ड्रेस की

दोनों ही एक दूसरे की खूबसूरती में

पीछे ना गिरते

तुम ख्वाबों में चाहे सामने जब भी आओ

इसी लाल रंग के ड्रेस में आया करो

माना के और भी कई ड्रेस होंगे तेरे पास

ना जाने क्या इसमें कुछ तो बात है खास

जो हम दोनों को भाती है......



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance