सूरज
सूरज
सूर्य गगन में उठता है
सतरंगी किरणें फैलाता है,
बादल सब रंग जाते हैं,
दूर्वादल सतरंगी हो जाते हैं।
कहता है कुछ काम करो,
ख़ाली न बैठो, काम करो,
पर आज सूरज नहीं है,
तो काम भी नहीं है। ।
सूर्य गगन में उठता है
सतरंगी किरणें फैलाता है,
बादल सब रंग जाते हैं,
दूर्वादल सतरंगी हो जाते हैं।
कहता है कुछ काम करो,
ख़ाली न बैठो, काम करो,
पर आज सूरज नहीं है,
तो काम भी नहीं है। ।