एहसास
एहसास
जब -जब जीवन में खुशियाँ आई ,
मुख पर नाम सिर्फ तुम्हारा आया,
सुबह के सूरज की किरणों को देख ,
एहसास मन में फिर तुम्हारा आया ,
ऐसी कोमल सुधियाँ याद आती हैं ,
पास तुम्हारे होने का एहसास जगाती है,
आँखें मिलती जब भी उन आँखों से ,
सब भूली बिसरी यादें ताजा हो जाती हैं ,
पक्षियों की चहक उपवन की महक ,
सब तुम्हारा ही एहसास दिलाते हैं ,
महकती सुमनों की खुशबू दिल को छू जाती ,
उन सुमनों में भी महक तुम्हारी आती है ,
उन एहसासों से जीवन मेरा मधुर हो जाता ,
जब -जब ख्याल मुझे तुम्हारा है आता,
तुम जिंदगी की सुहानी चाँदनी रात लगती ,
भरी दुपहरी में भी घनी छांव लगती ,
जब -जब जीवन में खुशियाँ आई ,
मुख पर नाम सिर्फ तुम्हारा आयाI