विज्ञान का आविष्कार
विज्ञान का आविष्कार
जीवन का अभिन्न अंग विज्ञान का विस्तार है
जीवन में हो रहे जाने कितने ही अविष्कार हैं
अंधकार से उजाले की ओर चला वो सूर्य पुंज
तिमिर को हटाता पहनाता प्रकाश का हार है
वैज्ञानिकों ने विज्ञान में उत्कृष्ट स्थान पाया है
तभी तो यहाँ धीरे -धीरे बदल रहा ये संसार है
असफलता से सफलता में बदल आगे बढ़ रहा
आज तकनीकी ज्ञान में दे रहा ये नए उपहार है
आज ब्रम्हाण्ड से हो गया है मानव का परिचय
सफलता की सीढ़ी छू रहा नहीं कोई विकार है
नित उन नई-नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है हमें
जहाँ व्यापार में बढ़ रहा दूसरे देशों से भी प्यार है
यह विज्ञान है और यही तो आज का संसार है।