सहधर्मिणी, वह संगिनी, गृह स्वामिनी वह वह वामांगिनी आर्य पग धरे वह साथ हो,सुखद अनुभूति सहधर्मिणी, वह संगिनी, गृह स्वामिनी वह वह वामांगिनी आर्य पग धरे वह साथ हो,सुखद...
जितना चाहे देखे बिना रह नहीं पाते, जितना चाहे देखे बिना रह नहीं पाते,
मिले हैं जब से तुम से नयन प्रिय हिया को नहीं चैन अब आता है। तेरे प्रेम में हुआ ये म मिले हैं जब से तुम से नयन प्रिय हिया को नहीं चैन अब आता है। तेरे प्रेम में...
तभी तो महान कहलायेगी नारी शक्ति। तभी तो महान कहलायेगी नारी शक्ति।
तुम किसी से कह दोगे, सह नहीं पाऊँगी। तुम किसी से कह दोगे, सह नहीं पाऊँगी।
ऑफिस का गुस्सा उसपर चिल्ला कर निकालना भी तुम्हें सही लगा, ऑफिस का गुस्सा उसपर चिल्ला कर निकालना भी तुम्हें सही लगा,