ये सादगी ही तो है जो हम दोनों को एक दूजे के करीब लायी ये सादगी ही तो है जो हम दोनों को एक दूजे के करीब लायी
तुझे मेरे दिल आंखों में बसा लूँ तो क्या होगा। तुझे मेरे दिल आंखों में बसा लूँ तो क्या होगा।
ये दो जहान कुर्बान उस पे, वो मेरा जहाँ बन के आया है। ये दो जहान कुर्बान उस पे, वो मेरा जहाँ बन के आया है।
मुझे चाँद मत कहो तुम मैं चाँद सा तन्हा फलक पर सजना नहीं चाहती। मुझे चाँद मत कहो तुम मैं चाँद सा तन्हा फलक पर सजना नहीं चाहती।
होने ना देंगे जुदा कभी देकर गुलाब रखेंगे अपने पास। होने ना देंगे जुदा कभी देकर गुलाब रखेंगे अपने पास।
लुटाने को सब कुछ वो तैयार बैठी वफ़ा का यूँ हक वो अदा कर रही है। लुटाने को सब कुछ वो तैयार बैठी वफ़ा का यूँ हक वो अदा कर रही है।