छिपा चाँद जाने किधर साजना .... छिपा चाँद जाने किधर साजना ....
अब वक्त भी कटता नहीं विरह की वेदना में, वो ही समाये है, मेरी चेतना में। अब वक्त भी कटता नहीं विरह की वेदना में, वो ही समाये है, मेरी चेतना में।
तुम्हारा भूत और मेरा भविष्य जन्मभूमि की मान में शीश तुम मेरे गले से मंगलसूत्र हटा अपनी वीरता का म... तुम्हारा भूत और मेरा भविष्य जन्मभूमि की मान में शीश तुम मेरे गले से मंगलसूत्र ...
'उसने हमें छोड़ा, हमनें प्यार को, और कर बैठे खुद से रुसवाई, वक्त जैसी फितरत थी उसकि, ना ठहरी ना हाथ आ... 'उसने हमें छोड़ा, हमनें प्यार को, और कर बैठे खुद से रुसवाई, वक्त जैसी फितरत थी उस...
मिलूँ वहाँ मैं जहाँ मिलन हो धरती और गगन में। मिलूँ वहाँ मैं जहाँ मिलन हो धरती और गगन में।
तुम बसे हो मुझ में, देह में दिल हो ज्यूँ मौन हर्फ हो चेतना के, कैसे समझाऊं तुम बसे हो मुझ में, देह में दिल हो ज्यूँ मौन हर्फ हो चेतना के, कैसे समझ...