STORYMIRROR

Jaya Tagde

Inspirational Tragedy

2  

Jaya Tagde

Inspirational Tragedy

वीर गति

वीर गति

1 min
856


तुम वीर गति को प्राप्त हुए

तुम वीर गति को प्राप्त हुए


मुझे विरह के तप में झोंक

जीवन रथ डगर पर छोड़

सारी यादें पीछे छोड़

सरहद के उस पार से

होकर तुम आज़ाद चले


तुम वीर गति को प्राप्त हुए

तुम वीर गति को प्राप्त हुए।


तुम्हारा भूत और मेरा भविष्य

जन्मभूमि की मान में शीश

तुम मेरे गले से मंगलसूत्र हटा

अपनी वीरता का मेडल पहना गए


तुम वीर गति को प्राप्त हुए

तुम वीर गति को प्राप्त हुए।


मैं घर की सीमा लाँघ न सकी

तुम सरहद की सीमा लाँघ गए

रंगों से मुझे मुक्त कर

तुम तिरंगा ओढ़ चले


तुम वीर गति को प्राप्त हुए

तुम वीर गति को प्राप्त हुए


मेरे कंधों पर अधि भार रख

तुम अपना पलड़ा भारी कर गए

कश्ती को मंझधार में छोड़,

अपने बलिदान को अमर कर गए।


तुम वीर गति को प्राप्त हुए

तुम वीर गति को प्राप्त हुए




Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational