उफ़ ये दुनियादारी
उफ़ ये दुनियादारी
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उफ़ ये दुनियादारी
तुम चलो तो मैं चलूँ
तुम रुको तो मैं थम जाऊँ
अनुगमन करने की मारी
मार्ग न बदलने की समझदारी
उफ़ ये दुनियादारी
मिले न कभी पर संग चले
अफ़वाह उड़े तब संदेह बढ़े
अपने ही अस्तित्व को स्वीकारे
दूजे से न बने बात तुम्हारी
उफ़ ये दुनियादारी
समझ न आई चाल तुम्हारी
मकड़जाल जब खुद ही बुने
कभी न मानी बात हमारी
अब फँसने की बारी तुम्हारी
उफ़ ये दुनियादारी
सबक सिखाने इस दुनिया को
काम न आई चाल तुम्हारी
अपनी ही धुन की मारी
अब सज़ा की बारी तुम्हारी
उफ़ ये दुनियादारी