मंगल नाम हो पावन नाम हो , राम के नाम का उत्तम जप हो। मंगल नाम हो पावन नाम हो , राम के नाम का उत्तम जप हो।
यह साल अब देकर चला, खट्टी मीठी याद। कहीं 'साल' भर सालता, कहीं भरे उन्माद। यह साल अब देकर चला, खट्टी मीठी याद। कहीं 'साल' भर सालता, कहीं भरे उन्माद।
माता-पिता की ममता,अपार विश्वास, सिखाते हैं जीवन की मूल बातें खास। माता-पिता की ममता,अपार विश्वास, सिखाते हैं जीवन की मूल बातें खास।
मुस्कराकर अपनी ही ख्वाहिशों को तोड़ देता है शायद उसे ही पिता कहते हैं। मुस्कराकर अपनी ही ख्वाहिशों को तोड़ देता है शायद उसे ही पिता कहते हैं।
कई स्मृतियां मन की किवाड़ से झांकती पलकों पे उतर आयी..... कई स्मृतियां मन की किवाड़ से झांकती पलकों पे उतर आयी.....
याद रखो अवकाश नहीं उत्सव हो हर बार। याद रखो अवकाश नहीं उत्सव हो हर बार।
मेरे ह्रदय में है वो सदा सर्वदा संचित , एक दिवास्वप्न है आज भी अघोषित। मेरे ह्रदय में है वो सदा सर्वदा संचित , एक दिवास्वप्न है आज भी अघोषित।
रूप दूसरा माँ का सुंदर हमारी देवी ब्रह्मचारिणी, उनकी पूजा में मन लगाइए। रूप दूसरा माँ का सुंदर हमारी देवी ब्रह्मचारिणी, उनकी पूजा में मन लगाइए...
लौटकर आऊँगा कूच से क्यों डरूँ भरोसा है आप पर मन छोटा क्यों करूँ।। लौटकर आऊँगा कूच से क्यों डरूँ भरोसा है आप पर मन छोटा क्यों करूँ।।
एक ही ज़िन्दगी मिली हैं हमें जिसे जी रहे हैं सभी। एक ही ज़िन्दगी मिली हैं हमें जिसे जी रहे हैं सभी।
देश की प्रथम शिक्षिका राष्ट्र माता सावित्रीबाई फुले। देश की प्रथम शिक्षिका राष्ट्र माता सावित्रीबाई फुले।
चाहे कोई भी विकट कठिनाई आए, अपने आदि सत्य का रास्ता ना बदल ! चाहे कोई भी विकट कठिनाई आए, अपने आदि सत्य का रास्ता ना बदल !
प्रतिमूर्ति हो सहनशील की, सभी कष्ट सह लेती हो। प्रतिमूर्ति हो सहनशील की, सभी कष्ट सह लेती हो।
अब आँचल और आँगन में भर लो खुशियाँ, उदास व मायूस होना तो एकदम बेमानी है अब आँचल और आँगन में भर लो खुशियाँ, उदास व मायूस होना तो एकदम बेमानी है
होती है जब ये घर में, कोई संकट नहीं है आता। होती है जब ये घर में, कोई संकट नहीं है आता।
हैं अनजान राहें जिंदगी की, जिसे पार करना है आसान नहीं। हैं अनजान राहें जिंदगी की, जिसे पार करना है आसान नहीं।
अपने देश की आन बान शान है तिरंगा : आसमान में शान से लहरा रहा है तिरंगा। अपने देश की आन बान शान है तिरंगा : आसमान में शान से लहरा रहा है तिरंगा।
बढ़ते जाते वीर हैं , बाधाओ को चीर। सेना है ये हिंद के ,उधम साहसी धीर।। बढ़ते जाते वीर हैं , बाधाओ को चीर। सेना है ये हिंद के ,उधम साहसी धीर।।
आकाश में गए थे ख़ुशी को तलाशने, आनंद इस धरा का भी उनसे बिसर गया आकाश में गए थे ख़ुशी को तलाशने, आनंद इस धरा का भी उनसे बिसर गया
5 फरवरी का दिन है आज और है ये कुछ खास। 5 फरवरी का दिन है आज और है ये कुछ खास।