दर्द की महफिलें यहाँ नहीं सजती है यहाँ कोई नहीं है दर्द का चारागर जानाँ। दर्द की महफिलें यहाँ नहीं सजती है यहाँ कोई नहीं है दर्द का चारागर जानाँ।
इस उजली भोर की सुहानी सुबह का आओ स्वागत करें। इस उजली भोर की सुहानी सुबह का आओ स्वागत करें।
दूर कोई हिम-शिखा, किरण से नहा गई, गगन मुस्कुरा उठा, धरती चहचहाई। दूर कोई हिम-शिखा, किरण से नहा गई, गगन मुस्कुरा उठा, धरती चहचहाई।
इंसानियत का क़त्ल कर चैनो अमन जला देते हैं। इंसानियत का क़त्ल कर चैनो अमन जला देते हैं।
दिलों को तोड़ने वालों से, गुलशन भरे पड़े हैं दिलों को जोड़ने के लिए यह हाथ अक्सर फड़फड़ाते हैं .... दिलों को तोड़ने वालों से, गुलशन भरे पड़े हैं दिलों को जोड़ने के लिए यह हाथ अक्सर फ...
तुझमें जा बसा हूँ मैं मुझमें आ बसी है तू। तुझमें जा बसा हूँ मैं मुझमें आ बसी है तू।