यूं ही कभी कभी बुढ़ापा जता देता हूँ, मैं बिन पूछे ही अक्सर किस्सा बता देता हूँ , पर मि यूं ही कभी कभी बुढ़ापा जता देता हूँ, मैं बिन पूछे ही अक्सर किस्सा बता देता हूँ...
दूर कोई हिम-शिखा, किरण से नहा गई, गगन मुस्कुरा उठा, धरती चहचहाई। दूर कोई हिम-शिखा, किरण से नहा गई, गगन मुस्कुरा उठा, धरती चहचहाई।
तेरा नाम तो मेरी हर कहानी में आएगा कनक को तो पृथ्वी में ही बोया जाएगा तेरा नाम तो मेरी हर कहानी में आएगा कनक को तो पृथ्वी में ही बोया जाएगा
सिर्फ़ दोस्त तेरी कला से मैं लिख रहा हूं दोस्त सिर्फ़ तेरी प्रेरणा से। सिर्फ़ दोस्त तेरी कला से मैं लिख रहा हूं दोस्त सिर्फ़ तेरी प्रेरणा से।
भारत को प्रसिद्धि दे !! ढोल में पोल न दे ओ प्रभु साँवरे ! भारत को प्रसिद्धि दे !! ढोल में पोल न दे ओ प्रभु साँवरे !
सबके दिल पर तुम राज करो, सबको अपना दास करो। सबके दिल पर तुम राज करो, सबको अपना दास करो।