नमस्कार! मेरा नाम अमन कुमार (अमन बरनवाल) है| मैं पिछले १० वर्षो से कविताएं लिख रहा हूँ| मेरी कविताएँ आप मेरे ब्लॉग (swaman7.wordpress.com) पर भी पढ़ सकते है| साकारत्मक कविताओं के लिए मुझे जरुर फॉलो करें| धन्यवाद |
अगर दरवाजा निकालिएगा तो दीवार भी टूट जायेगी। अगर दरवाजा निकालिएगा तो दीवार भी टूट जायेगी।
बच्चे बेकार के मोबाईल के खेलों में अपना वक़्त और भविष्य बर्बाद कर रहे है। बच्चे बेकार के मोबाईल के खेलों में अपना वक़्त और भविष्य बर्बाद कर रहे है।
एक बच्चा उसके आसपास के माहौल का आईना होता है| एक बच्चा उसके आसपास के माहौल का आईना होता है|
क्या यही प्रकृति का न्याय है? क्यों सजा सम्पूर्ण मानवजाति को मिलती है! क्या यही प्रकृति का न्याय है? क्यों सजा सम्पूर्ण मानवजाति को मिलती है!
बेटी कितनी भी प्यारी हो मां अपना संसार बहू को ही देती है। चाहे कितना भी गुस्सा केर ल बेटी कितनी भी प्यारी हो मां अपना संसार बहू को ही देती है। चाहे कितना भी ग...
इन प्रतिभाओं को सुनने की जरूरत है। इन प्रतिभाओं को सुनने की जरूरत है।